एग्रीकल्चर रिव्यू
आदित्य अभिषेक द्वारा
हम इंसान पृथ्वी पर तरह-तरह का खाना खाते हैं—जैसे रोटियां, सब्ज़ी, या फिर ब्रेड और अंडे। लेकिन क्या अंतरिक्ष में भी ऐसा ही खाना मिलता है?
अंतरिक्ष में अंतरिक्षयात्री धरती की तरह खाना नहीं पका सकते — वहाँ न आग होती है, न फ्रिज, और न ही गुरुत्वाकर्षण!
अंतरिक्ष यात्रियों का खाना पहले से पका हुआ, फ्रीज़-ड्राई या सुखाया हुआ होता है। खाने से पहले वे या तो उसमें गरम पानी डालते हैं या फिर पैकेट को गर्म करके खाते हैं।
अंतरिक्ष में सबसे पहले खाया गया भोजन ऐप्पल सॉस (सेब की चटनी) था, जिसे 1962 में मर्करी-अटलस 6 मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्री जॉन ग्लेन ने फ्रेंडशिप 7 अंतरिक्षयान में खाया था।
आजकल तकनीक की तरक्की की वजह से अंतरिक्ष यात्री पास्ता, चावल, मांस, सूप, फल, टॉर्टिला से लेकर करी और मिसो सूप तक का मज़ा ले सकते हैं।
अंतरिक्ष में ब्रेड के टुकड़े नहीं चल सकते, क्योंकि छोटे-छोटे कण हवा में तैर सकते हैं और गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं — इसलिए अंतरिक्ष यात्री ब्रेड की जगह टॉर्टिला खाते हैं।
अंतरिक्ष यात्री वैसे नहीं खाते जैसे हम धरती पर खाते हैं; वे खास थैलियों में रखे तरल भोजन को स्ट्रॉ की मदद से पीते हैं, ताकि शून्य गुरुत्वाकर्षण में खाना फैल न जाए।
आपको जानकर हैरानी होगी कि अंतरिक्ष के लिए खास तौर पर बनाई गई फ्रीज़-ड्राई आइसक्रीम भी होती है! तो अगर आपको आइसक्रीम खाना पसंद है, तो अंतरिक्ष में खाना खाना आपके लिए एक सपना सच होने जैसा हो सकता है।
नासा, इसरो और अन्य एजेंसियां अंतरिक्ष में खेती की टेस्टिंग कर रही हैं। वे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर लेट्यूस, मूली और टमाटर उगाने की कोशिश कर रहे हैं।
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